सरपंच, उपसरपंच पति, कब थमेगी भ्र्ष्टाचार कि गति

सरपंच, उपसरपंच पति, कब थमेगी भ्र्ष्टाचार कि गति

गुरु कृपा कंट्रक्शन के नाम पर भुगतान जिम्मेदार बने अनजान

अभी तक मजदूरों का नहीं हुआ भुगतान

निर्माण कार्य अधूरे तत्कालीन उपयंत्री ने किया फर्जी मूल्यांकन,सप्लायर मालामाल

डिंडोरी जनपद की ग्राम पंचायत पौड़ी माल का मामला

डिंडौरी,,। मध्य प्रदेश कि मोहन सरकार ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को लेकर अपना खजाना खोले हुए हैं लेकिन प्रदेश सरकार की सार्थक विकासशील सोच को उसी के जिम्मेदार पूरा नहीं होने दे रहे शायद मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा निर्माण कार्यों के लिए स्वीकृत की गई राशि को गलत तरीके से हड़पने का कृत्य (जब सैया हमर कोतवाल तो डर काहे का) की तर्ज पर किया जा रहा है जिसकी बानगी डिंडोरी जिले की ग्राम पंचायत में देखने को भी मिल रही है बतला दें कि अभी तक ग्राम पंचायत को विकासशील पंचायत बनाने एवं निर्माण कार्यों के नाम पर लाखों रुपए स्वीकृत कराई जा चुके हैं जिन्हें जिम्मेदारों की नाक के नीचे से ही फर्जी बिल लगा आहरण किया जा रहा है सवाल यह है कि लगातार बढ़ते भ्रष्टाचार पर अंकुश जनपद पंचायत सहित वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा क्यों नहीं लगाया गया जबकि फर्जी बिलों को पंचायत मद से राशि निकालने के लिए उपयोग किया जा रहा है सरकार को निर्माण पूर्ण करने के नाम पर अभी तक बड़ी चपत लगाई जा चुकी है जिसकी जांच जिम्मेदार करना भी जरूरी नहीं समझ रहे विभागीय अधिकारियों की कार्य प्रणाली को देख सहस ही अंदाज लगाया जा सकता है कि हम साथ साथ हैं

सरपंच पति उप सरपंच पति का पंचायती कार्य में हस्तक्षेप

प्राप्त जानकारी के मुताबिक डिंडोरी जिले की ग्राम पंचायत पौड़ी माल में ग्राम पंचायत की महिला सरपंच के पति देवी सिंह श्याम का हस्तक्षेप अधिक है तो वही महिला उपसरपंच के पति परसराम नागेश भी इससे पीछे नहीं है लगातार दोनों सरपंच एवं उपसरपंच पतियों का ही रसूख पंचायत के कार्यों में देखने को मिल रहा है और इन्हीं दोनों के साथ सचिव जोहन लाल कोरवा भी कदमताल मिलाकर चल रहे हैं तीनों की तिकड़ी ग्राम पंचायत में जमकर भ्रष्टाचार कर रही है और शासकीय राशि को डकारने का खुलेआम बिना किसी भय रोक टोक के खेल किया जा रहा है इस भ्रष्टाचार को सह देने वाले उपयंत्री अपना क्लस्टर परिवर्तित करवा चुके हैं जिनके द्वारा घर बैठकर ही निर्माण कार्यों का मूल्यांकन गलत तरीके से करते हुए सप्लायर को फायदा पहुंचाया गया है जो की निष्पक्ष जांच के बाद ही सामने आ सकेगा

लगभग 1 साल होने को मजदूरों का नहीं हुआ मजदूरी भुगतान

ग्रामीणों की माने तो ग्राम पंचायत में उपसरपंच पति परशराम नागेश के द्वारा सड़क निर्माण कार्य कराया गया जहां सड़क निर्माण 272 मीटर होना था लेकिन उप सरपंच पति परशुराम नागेश के द्वारा 218 मीटर ही सीसी सड़क बनवाई गई है शेष सड़क कार्य आज भी अधूरा पड़ा हुआ है ग्रामीण महिला के द्वारा बताया गया कि लगभग एक वर्ष होने को है सीसी सड़क निर्माण के दौरान मजदूरी कार्य किया गया जिसका चार सप्ताह का मजदूरी भुगतान बाकी है अनेकों बार पंचायत के सरपंच एवं उपसरपंच सहित सचिव को मजदूरी भुगतान के लिए बोला गया है लेकिन जिम्मेदारों के कान में जू तक नहीं रेंग रही ऐसे अनेकों मजदूर अपने भुगतान की बाट जोह रहे हैं जिन्होंने सीसी सड़क निर्माण में मजदूरी कार्य किया है

किसकी सह पर लगे गुरु कृपा कंस्ट्रक्शन के बिल

ग्राम पंचायत पौड़ी माल में लगाए गए गुरु कृपा कंट्रक्शन के फर्जी बिलों में देखा जा सकता है कि चुनाव में वय के नाम पर चार हजार रुपये, विकसित भारत संकल्प के नाम पर छः हजार रुपये, छब्बीस जनवरी पंद्रह अगस्त के नाम पर तीस हजार आठ सौ रुपये, शिविर वाहन किराया के नाम पर नो हजार रुपये, मानदेय भुगतान के नाम पर अठ्ठाइस हजार रुपए एंव स्टेशनरी फोटो कॉपी कररेज रिफलिंग एंव अन्य आकस्मिक व्य के नाम पर बहत्तर हजार दो सौ रुपए उल्लेखित किया गया है बतला दें कि गुरु कृपा कंट्रक्शन का संचालन परशराम नागेश के द्वारा किया जाता है और गुरु कृपा कंट्रक्शन का संचालन परशराम नागेश ही करते हैं अब उपसरपंच पति परशराम नागेश ही बतलाएं की गुरु कृपा कंस्ट्रक्शन के बिल में उल्लेखित की गई सामग्री एवं राशि का गुरु कृपा कंट्रक्शन के बिलों में क्या काम मामले पर ग्राम पंचायत के सचिव गोलमोल जवाब देते हुए खुद को बचा रहे हैं तो वही उपसरपंच पति परशराम नागेश के द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया सरपंच पति से भी फोन पर संपर्क नहीं हो सका स्पष्ट है की पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार का खुलासा होने पर जिम्मेदार कुछ भी कहने से खुद को बचाते हुए नजर आ रहे हैं वही इस मामले पर जब डिंडोरी जनपद पंचायत के सीईओ से संपर्क किया गया तो साहब द्वारा शायद व्यस्तता के चलते फोन रिसीव नही किया गया

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