हाइलाइट्स
धीरज साहू भ्रष्टाचार कांड से पहले झारखंड में हो चुके हैं बड़े-बड़े घोटाले.
चारा घोटाले से शुरू हुआ था बड़े घोटालों के सामने आने का सिलसिला.
दो मुख्यमंत्री भी आ चुके हैं जांच की जद में, कई अफसर भी शामिल रहे.
रांची. कांग्रेस के राज्य सभा सांसद धीरज साहू कर ठिकानों पर आईटी की दबिश के बाद मिले कैश से हर जगह हड़कंप है. खासतौर से इस कार्रवाई मे कई रिकार्ड टूटने का भी अनुमान लगाया जा रहा है. ये देश भर मे हुई अबतक की सबसे ज्यादा कैश रिकवरी हो सकती है, क्योंकि नोटों की गिनती का सिलसिला अब भी जारी है. हालांकि, ये दबिश ओड़िशा की टीम के द्वारा की गई है, लेकिन इसका नाता झारखंड से भी जुड़ गया है. दरअसल, धीरज साहू का लोहरदगा मे पैतृक निवास है तो वही रांची में भी इनका आलीशान घर है और इन जगहों पर भी आईटी की टीम की दबिश है.
बीडीपीएल कंपनी और इससे जुड़े अन्य कंपनियों के खिलाफ आयकर विभाग की दबिश जारी है और इस दबिश मे 2 सौ करोड़ से ऊपर की रकम बरामदगी हो चुकी है. वहीं, इसके साथ ही ये आंकड़ा 300 करोड़ तक बढ़ने की उम्मीद है क्योंकि कैश की गिनती अब भी जारी है. एजेंसियों द्वारा अबतक हुई कैश रिकवरी के सारे रिकार्ड टूटने के कगार पर हैं. जानकारी के अनुसार, सबसे ज्यादा कैश की रिकवरी ओड़िशा के बलांगीर जिले स्थित कार्यालय से ही हुई है.
बता दें कि बलदेव साहु एंड ग्रुप ऑफ कंपनीज में धीरज साहू, स्वराज साहू, राजकिशोर साहू सहित परिवार के अन्य सदस्य शामिल हैं. ओड़िसा का कारोबार दीपक सहकारी और संजय साहू सम्भालते हैं. धीरज साहू तीसरी बार कांग्रेस से राज्यसभा सांसद बने हैं. धीरज साहू के ठिकानों पर हुई छापेमारी के बाद एक बार फिर झारखंड का नाम भ्रष्टाचार की कहानी मे शामिल हो गया है, जो कहीं न कहीं झारखंड की प्रतिष्ठा को तार-तार कर रही है.
950 करोड़ रुपए का चारा घोटाला
झारखंड और भ्रष्टाचार का चोली दामन का साथ है. संयुक्त बिहार में ही झारखंड मे हुए चारा घोटाले से शुरू हुई थी और बड़े भ्रष्टाचार की कहानी आज भी बदस्तूर जारी है. चारा घोटाले में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव का नाम सामने आया था. इस घोटाले में पशुओं के चारे की चोरी की गई. 950 करोड़ के इस घोटाले मे 53 मामले दर्ज किए गए थे, जबकि कुल 170 आरोपी बने गए थे. इस मामले का खुलासा 1996 में हुआ था.
शेल कंपनियों का 4000 करोड़ का घोटाला
इसके बाद मधु कोड़ा के मुख्यमंत्री काल मे शेल कंपनियों के जरिए काली कमाई को सफेद करने का मामला सामने आया. करीब 4 हजार करोड़ का ये घोटाले अपने आप मे देशभर के बड़े घोटालों में से एक था. आज भी मामला अदालत में है. मधु कोड़ा को मुख्यमंत्री पद से हटने के बाद जेल भी जाना पड़ा था.
झारखंड अलकतरा घोटाला
अलकतरा घोटाला झारखंड के सड़कों से जुड़ा है. इसमें 3266 मीट्रिक टन अलकतरा की हेराफेरी की गई. ये घोटाला 1.57 करोड़ रुपये का था. वर्ष 1992 से 1994 के बीच पथ निर्माण विभाग, चतरा में अलकतरा का ट्रांसपोर्ट हल्दिया भाया बरौनी करना था. इस मामले मे संयुक्त बिहार के पूर्व पथ निर्माण मंत्री मो. इलियास हुसैन, उनके सचिव सहाबुद्दीन बेक, खरीद एवं परिवहन विभाग के निदेशक केदार पासवान, उपनिदेशक मुजतबा अहमद, कार्यपालक अभियंता रामानंद राम, सेक्शन पदाधिकारी शोभा सिन्हा और ट्रांसपोर्टर आपूर्तिकर्ता डीएन सिंह को अदालत ने दोषी माना था.
130 करोड़ का दवा घोटाला
130 करोड़ के दवा घोटाले का मामला भी वर्ष 2008- 2009 मे सामने आया था, जिसमें सीबीआई ने मामला दर्ज किया था. मधु कोड़ा के मुख्यमंत्री काल में ही ये दवा घोटाला हुआ था जिसमें तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री को भी आरोपी बनाया गया था.
34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला
रांची में आयोजित हुए 34वें राष्ट्रीय खेल घोटाला 28 करोड़ 34 लाख रुपये का है. इसमें ऊंची कीमत पर बिना टेंडर खेल सामग्री की खरीद सहित कई अन्य मामले शामिल है, जिसे लेकर भी सीबीआई मामले की जांच कर रही है.
मनरेगा घोटाले में नपे अफसर
इसके साथ ही झारखंड का मनरेगा घोटाला सामने आया. ईडी की जांच मे आईएएस पूजा सिंघल को जेल भेजा गया. ईडी की हुई छापेमारी मे पूजा सिंघल के सीए सुमन के कुमार के घर से 19 करोड़ रूपए की बरामदगी हुई थी.
1000 करोड़ का खनन घोटाला
अवैध खनन मामला ईडी की जांच ने साहिबगंज जिले में ही 1 हजार करोड़ के अवैध खनन का मामला सामने आया है. मामले मे ईडी की गिरफ्त में आने वाले बड़े नामों में पावर ब्रोकर प्रेम प्रकाश, पंकज मिश्रा भी शामिल है, तो इसमें निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की भूमिका भी अहम रही है. इस मामले की जांच भी ईडी के द्वारा की जा रही है. इस मामले में राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से भी ईडी ने पूछताछ की है.
400 करोड़ का लैंड स्कैम
राजधानी रांची मे लैंड स्कैम मामला भी काफी चर्चित है. रांची के कई जमीनों का फर्जी दस्तावेज तैयार कर उसे बेचने के मामले का खुलासा ईडी के द्वारा किया गया है. इसमें आईएएस छवि रंजन, व्यवसायी विष्णु अग्रवाल, अमित अग्रवाल, दिलीप घोष सहित कई आरोपियों को ईडी ने गिरफ्तार किया है. ये घोटाला भी करीब 4 सौ करोड़ के आसपास के होने की बात कही जा रही है. वहीं इस मामले मे वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को भी ईडी ने पूछताछ के लिए 5 बार समन किया है. हालांकि, इसमें अभी भी ईडी की जांच चल ही रही है.
नई शराब नीति में घोटाला!
नई शराब नीति को लेकर भी भ्रष्टाचार की आहट है और उस लेकर भी ईडी जांच कर रही है. मामले में ईडी ने 32 ठिकानों कर छापेमारी की थी, वहीं इस मामले मे एक बड़े रसूखदार योगेन्द्र तिवारी को गिरफ्तार किया है. वहीं, इस मामले मे कई अधिकारी भी ईडी के रडार पर हैं.
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FIRST PUBLISHED : December 9, 2023, 11:50 IST